चटकीला लाल रंग
कोरे पन्ने
जिल्द पर काले तारे
मेरी खाली पन्नो वाली डायरी
शब्दों से बैर रखे
क़लम की राह तके
निंर्जीव अलमारी में पड़ी
मेरी खाली पन्नो वाली डायरी
बिन ख्याल
बिन सवाल
बिन यादों के लम्हे समेटे
मेरी खाली पन्नो वाली डायरी
(अलमारी में कई दिनों से रखी मेरी इस कोरी डायरी को देखकर ये पंक्तियां मन में आई...झेलने के लिए शुक्रिया..)
4 टिप्पणियाँ:
अच्छी है पंक्तिया....
अच्छी पंक्तियाँ है ...
यहाँ भी पधारिये अब तो कुछ करना ही होगा
bahut hi gahre ehsaas
khali panne harne ke intajar me hai...
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