वरना जीते जी मर जाएगा...

आज बीत जाएगा
फिर कल आ जाएगा
तू सोच रहा है
कि तू क्या पाएगा
नफ़ा प्यारा है तुझे
गर नुकसान हो जाएगा
ये चिन्ता होगी तुझे
कल क्या खाएगा
ये सोचते सोचते
जो आज हाथ में है तेरे
वो पल जीने का
तुझसे छिन जाएगा
अरे बंधु
ये जीवन है
सौदा नहीं व्यापार नहीं
तो छोङ
नापना और तोलना
वरना जीते जी मर जाएगा

15 टिप्पणियाँ:

ये जीवन है
सौदा नहीं व्यापार नहीं
तो छोङ
नापना और तोलना
वरना जीते जी मर जाएगा
बहुत अच्छी कविता।

 

बिलकुल सच कहा आपने...आजकल ऐसे ही तो हो रहा है...

 

अंग्रेज़ी की कहावत है...हाथ में एक चिड़िया बेहतर है झाड़ियों में दो चिड़ियों को पकड़ने के लालच की जगह...

जय हिंद...

 

Shabnam jee

ek aur khubsurat rachna
very nice

kam shabdon me itni gahri baat
kamal hay

nafa nuksan
jeena marna

sab khuda ke haanth hay
hame isse kaya lena dena

jab kar jiyo,mahsus karo zindagi ke har pal ko.

thanks

 

bachat ki awdharna bharat ki punji hai, ise yad rakhen. aur bhaoachha hai. bhao ke sath vartman samya ka bhodh bhi ho to bat adhik banegi. achhi kavita aur mahan kavita men yahi phark hai. ummid hai aap koshish karengi.

 

आप ने कविता मै जीवन का सच लिख दिया है हम हमेशा उलझे रहते है हिसब किताब मै मैने यह कहा उस ने वो कहा... बहुत सुंदर रचना.
धन्यवाद

 

शबनम साहिबा, आदाब
..... ये जीवन है
सौदा नहीं व्यापार नहीं
तो छोङ
नापना और तोलना
वरना जीते जी मर जाएगा....

ज़िन्दगी का फलसफा पेश करती
ये नज्म अच्छी लगी...
शाहिद मिर्ज़ा शाहिद

 

arey bandhu arey pyare samjho tum kitna acchha acchha likhte ho...chhodo bekar ki bate bas likhte jao...ha.ha.ha.bahut khoob.

 

अरे बंधु
ये जीवन है
सौदा नहीं व्यापार नहीं
तो छोङ
नापना और तोलना
वरना जीते जी मर जाएगा
सच कहा जिंदगी सौदा नही .......... बहुत अच्छा लिखा है .......

 

बिलकुल सच कहा आपने । जिन्दगी जीने का फलसफा दिया आपने । आभार ।

 

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